गौरेला पेंड्रा मरवाही (विशेष संवाददाता वायरलेस न्यूज़) गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के नेताओं एवं कार्यकर्ताओं द्वारा तीर कमान टंगिया तलवार, जैसे धारदार हथियारों के साथ बीते 6 जून को अपनी मांगों के समर्थन में उग्रता के साथ धरना प्रदर्शन किया गया यह क्षेत्रवासियों के बीच चर्चा एवं चिंता का विषय है। यदि पुलिस प्रशासन धैर्य एवं संयम का परिचय नहीं दिया होता तो वहां काफी अप्रिय स्थिति उत्पन्न हो सकती थी! गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के धरना प्रदर्शन के दौरान उन्होंने पावर हाउस के सामने पुलिस बैरिकेड भी तोड़ दिया तथा कार्यकर्ताओं की पुलिस से झूमा झटकी भी हुई जिसके कारण भीड़ को तितर-बितर करने पुलिस को आंसू गैस के गोले छोड़ने पड़े। इस बीच पुलिस द्वारा फायरिंग तथा कलेक्ट्रेट में गोंगपा कार्यकर्ताओं के घुसने जैसे अफवाहों का बाजार भी गर्म रहा, जिसका पुलिस प्रशासन ने एक सिरे से खंडन किया है।

छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव 2023 अभी लगभग 16 महीने दूर है परंतु गोंडवाना गणतंत्र पार्टी ने अपनी चुनावी कसरत अभी से चालू कर दी है। अभी लगभग डेढ़ महीने के भीतर ही गोंडवाना गणतंत्र पार्टी ने दूसरी बार उग्र प्रदर्शन करके जिला प्रशासन एवं आम जनों का ध्यान अपनी और आकृष्ट किया है। इसके पूर्व गोंडवाना गणतंत्र पार्टी ने 25 अप्रैल को अपने अनुषांगिक संगठनों के साथ दर्शन करते हुए गोंडवाना गणतंत्र पार्टी युवा मोर्चा की प्रदेश महासचिव के नेतृत्व में रैली का आयोजन कर अपनी मांगों को रखते हुए राज्यपाल के नाम ज्ञापन सौंपा था। गोंडवाना गणतंत्र पार्टी द्वारा सौंपे गए ज्ञापन में ज्यादातर मामले गौरेला के ग्राम सारबहरा, मडई, सिलपहरी, लटकोनी खुर्द इत्यादि गांव से संबंधित है जिन पर जिला प्रशासन के निर्देश पर कार्यवाही की जा रही थी। इसके बावजूद 6 जून को गोंडवाना गणतंत्र पार्टी द्वारा बगैर अनुमति के गोंगपा नेता ऋतू पंदराम के नेतृत्व में गौरेला के रेनॉल्ट पब्लिक स्कूल ,रानी दुर्गावती तिराहे में पावर हाउस के

सूरजपुर से आए गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के एक नेता के.राम ने अपने भड़काऊ भाषण से तथा अपने ऊपर मिट्टी तेल डालकर आग लगाने का असफल प्रयास किया

सामने पंडाल लगाकर धरना प्रदर्शन एवं माइक बाजी कर रहे थे तभी सूरजपुर से आए गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के एक नेता के.राम ने अपने भड़काऊ भाषण से तथा अपने ऊपर मिट्टी तेल डालकर आग लगाने का असफल प्रयास किया और भीड़ को भड़काने का प्रयास किया जिसके बाद धरना प्रदर्शन कर रहे कार्यकर्ताओं ने धरना स्थल पर लगे पुलिस बेरीकैट तोड़ दिया, जिसके बाद पुलिस जवानों की कार्यकर्ताओं से झूमा झटकी भी हुई और पुलिस को भीड़ को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़ने पड़े। इस घटनाक्रम में सबसे चिंता की बात यह है कि आखिरकार ‌इस धरना प्रदर्शन में गोंडवाना गणतंत्र पार्टी कार्यकर्ता तीर धनुष टगिंया जैसे धार धारदार हथियार लेकर क्यों आ रहे हैं ,जबकि गौरेला पेंड्रा मरवाही इलाका शांति प्रिय क्षेत्र है तथा उग्रता एवं हिंसा तथा इस प्रकार वर्ग वाद एवं जातिवाद के राजनीति की कोई गुंजाइश नहीं है। यह ठीक है कि गोंडवाना गणतंत्र पार्टी एक राजनीतिक पार्टी है तथा बीते कई विधानसभा चुनाव में गोंडवाना गणतंत्र पार्टी मरवाही विधानसभा में अपना प्रभाव जमाने के कोशिश में है परंतु उनके वोटों का विस्तार अभी तक ज्यादा नहीं हो पाया है बीते विधानसभा चुनाव में ऋतू प़दराम को गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के प्रत्याशी के रूप में लगभग 10000 वोट मिले थे। यह भी सही है कि गोंडवाना गणतंत्र पार्टी का पहले तानाखार में काफी वर्चस्व था तथा वहां से गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के संस्थापक एवं नेता हीरा सिंह मरकाम चुनाव जीतकर आते थे जिनको वर्ष 2004 के चुनाव में कांग्रेश के रामदयाल उइके ने पराजित कर दिया था उसके बाद से तानाखार विधानसभा से लगातार कांग्रेस ही जीतती रही है। बीते 2 साल पूर्व गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के संस्थापक हीरा सिंह मरकाम के निधन के बाद पार्टी अपने अस्तित्व के संकट से जूझ रही है । खासकर गोंडवाना गणतंत्र पार्टी से नाराज होकर उर्मिला मार्को द्वारा अलग राष्ट्रीय गोंडवाना पार्टी बनाने के बाद गोंडवाना गणतंत्र पार्टी में वैचारिक स्तर के लोगों में काफी कमी आई है और संभवत अपने अस्तित्व को पुनर्स्थापित करने के लिए गोंडवाना गणतंत्र पार्टी इस तरह के प्रदर्शन कर रही है जिससे लोगों का ध्यान उनकी ओर आकृष्ट हो परंतु एक राजनीतिक पार्टी होने के बावजूद गोंडवाना गणतंत्र पार्टी जिस तरह से उगता पूर्ण प्रदर्शन कर शांति भंग करने का प्रयास कर रही है उसका आम जनों में गलत संदेश ही जा रहा है तथा लोगों में यह चर्चा और चिंता का विषय बना हुआ है। राजनीतिक गलियारों में इस बात की भी चर्चा है कि गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के इस आंदोलन को मरवाही विधानसभा क्षेत्र के कतिपय ऐसे नेता हवा दे रहे हैं जो मरवाही विधानसभा उपचुनाव के समय कांग्रेस की टिकट के लिए प्रयासरत थे तथा उनकी चुनाव लड़ने की मंशा पूरी नहीं हो सकी। मरवाही से चुनाव लड़ने के यह महत्वाकांक्षी नेता इस बात को भी जान समझ रहे हैं कि मरवाही विधानसभा उपचुनाव में जिस तरह से डॉक्टर के के ध्रुव ने कांग्रेस की टिकट पर रिकॉर्ड मतों से जीत हासिल की है उसके कारण उन्हें ही विधानसभा चुनाव में कांग्रेश मौका देने वाली है ऐसी परिस्थिति में वह अपनी महत्वाकांक्षा को पूर्ण करने का प्रयास गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के माध्यम से करने के लिए राजनीतिक अस्थिरता फैलाने का प्रयास कर रहे हैं।
बहरहाल 6 जून के धरना प्रदर्शन एवं हंगामे के बाद प्रशासन ने शांति एवं धैर्य का परिचय देते हुए स्थिति पर नियंत्रण किया‌

बीते 6 जून को गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के के पदाधिकारियों एवं कार्यकर्ताओं के द्वारा हथियार बंद होकर, लगभग 300-400 की संख्या में ग्राम सारबहरा में एक भवन में जहां दो महिलाएं निवासरत हैं, उनके घर में अनाधिकृत रूप से प्रवेश कर गाली गलौज, धमकी एवं तोड़फोड़ की गई, जिस पर महिला की रिपोर्ट पर दिनांक 6.6.22 को थाना गौरेला में अपराध क्रमांक 232/22 धारा 147,148,149, 427, 294, 506, 452 भादवी के तहत अपराध पंजीबद्ध किया गया है।

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बिना अनुमति किए गए धरना प्रदर्शन एवं रैली निकालने पर गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के कार्यकर्ता एवं पदाधिकारीयो के विरुद्ध थाना गौरेला में अपराध पंजीबद्ध

पुलिस प्रशासन द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के पदाधिकारियों एवं कार्यकर्ताओं द्वारा, अपनी मांगों को लेकर, बिना किसी प्रकार की अनुमति के धरना प्रदर्शन करते हुए , रैली के रूप में, जिला कलेक्ट्रेट कार्यालय आने हेतु निकले , जहां रेनॉल्ड स्कूल के सामने पहली बैरिकेडिंग में ही उनको रोका गया । यहां पर गोंगपा एक पदाधिकारी द्वारा स्वयं पर पेट्रोल छिड़ककर आग लगाने की धमकी दी गई , जिसे पुलिस प्रशासन द्वारा सुरक्षित किया गया । कार्यकर्ताओं द्वारा अपने साथ रखे हुए तीर धनुष, फरसा, कुल्हाड़ी, तलवार, डंडा इत्यादि हथियारों सहित कलेक्ट्रेट की ओर बढ़ने लगे, जिसे रोकने के दौरान पुलिस के साथ झूमा झटकी हुई और सभी प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए अश्रु गैस का प्रयोग किया गया और प्रदर्शनकारियों को पुलिस प्रशासन द्वारा समझाइश दीया जाकर वही रोका गया । उक्त घटना पर प्रदर्शनकारियों के विरुद्ध थाना गौरेला में दिनांक 6.6.22 को अपराध क्रमांक 235/22 धारा 147, 148, 149, 153, 153(क), 353, 186, 332, 294,506, 109, 285, 116, 117 भादवी एवं 25 ,27 आर्म्स एक्ट के तहत अपराध पंजीबद्ध किया गया है।

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Amit Mishra - Editor in Chief
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