हिंसक हो चुके हाथियों को खदेड़ने नहीं बन पाई ठोस योजना

किशोर कर ब्यूरोचीफ महासमुंद

महासमुंद – महासमुंद जिले के रिहायशी इलाकों में इन दिनों विचरण कर रहे गजराज लोगों की परेशानी का कारण बन चुके हैं हाथियों का दल जहां फसलों को नुकसान पहुंचा रहा है वहीं दूसरी ओर जानमाल के नुकसान का खतरा भी चौबीसों घंटे लोगों के सर पर मंडरा रहा है हाथियों को खदेड़ने और व्यवस्थित ठिकाने तक पहुंचाने की जिम्मेदारी जिस वन विभाग पर है उस वन वन विभाग के अफसर हाथ पर हाथ धरे बैठे हैं और लंबे अर्से बाद भी हाथियों को महासमुन्द जिले से सुरक्षित क्षेत्र में भेजा नहीं जा सका है महासमुंद जिले के वनांचल क्षेत्र में स्थित ग्रामीण इलाकों में हाथी एक बड़ी समस्या बनकर सामने आ चुकी है पिछले लगभग 5 वर्षों से हाथियों का झुंड जिले के ग्रामीण इलाकों में विचरण कर रहा है बावजूद इसके वन विभाग की टीम कुछ भी नहीं कर पा रही है हाथी लगातार फसल को नुकसान पहुंचा रहे हैं रिहायशी इलाकों में पहुंच रहे हैं जिससे लोगों को हाथी से नुकसान का खतरा हमेशा बना हुआ है रिहायशी इलाकों में आने के बाद लोग अपनी सुरक्षा स्वयं कर रहे हैं और हाथी को खदेड़ने के लिए जान जोखिम में डालकर भगाने के उपाय कर रहे हैं लेकिन हाथियों के रियासी इलाकों में पहुंचने के बाद भी वन विभाग की टीम मौके पर पहुंचकर हाथियों को खदेड़ने में कहीं नजर नहीं आ रही है ऐसे हालातों में हाथी जानलेवा साबित हो सकते हैं । गौरतलब है कि कृपा कव्वाली भर पहले ही उड़ीसा से हाथियों के एक दल सरायपाली वन परिक्षेत्र में एक महिला को कुचल कर मार डाला था लगातार आपकी नुकसान पहुंचाने के बाद भी शासन प्रशासन की ओर से हाथियों को व्यवस्थित वन क्षेत्र में भेजने के लिए कोई उपाय नहीं किए जा रहे हैं जिससे जंगली हाथी लोगों के जान-माल का खतरा बन चुके हैं झुंड में पहुंचे हाथी रोजाना रिहायशी इलाकों तक आ रहे हैं ऐसे हालातों में दहशत के माहौल के बीच ग्रामीणों को जीवन जीने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है।

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Amit Mishra - Editor in Chief
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