जेएसपी फाउंडेशन 500 से अधिक परिवारों के घर का सपना पूरा करेगा
“प्रोजेक्ट आशियाना” शुरू, आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों का सहयोग करना हमारी प्राथमिकताः शालू जिन्दल
रायगढ़, (वायरलेस न्यूज 11 नवंबर 2022 ) – आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों के उत्थान के लिए प्रतिबद्ध जाने-माने उद्योगपति श्री नवीन जिन्दल के नेतृत्व वाली कंपनी जिन्दल स्टील एंड पावर (जेएसपी) के सीएसआर दायित्वों का निर्वहन कर रहे जेएसपी फाउंडेशन ने 500 से अधिक परिवारों के अपने घर का सपना पूरा करने का संकल्प लिया है। इसके लिए “प्रोजेक्ट आशियाना” शुरू किया गया है, जिसके पहले चरण में 529 परिवारों को छत मुहैया कराई जाएगी।
छत्तीसगढ़ के रायगढ़, ओडिशा के अंगुल, बड़बिल, टेंसा, भुबनेश्वर और नई दिल्ली में आयोजित एक हाइब्रिड कार्यक्रम में परियोजना का शुभारंभ करते हुए जेएसपी फाउंडेशन की चेयरपर्सन श्रीमती शालू जिन्दल ने कहा, ‘अपना घर हर परिवार का सपना होता है। लेकिन आर्थिक परेशानियों के कारण बड़ी संख्या में लोगों के पास अपना घर नहीं है। लोगों के इस दुख को समझते हुए जेएसपी फाउंडेशन “प्रोजेक्ट आशियाना” के माध्यम से उनका सहयोग करने के लिए आगे आया है ताकि उनके जीवन में गुणात्मक सुधार आए।
“प्रोजेक्ट आशियाना” के तहत 13 राज्यों के कुल 529 परिवारों को वित्तीय सहायता के लिए चुना गया है। कार्यक्रम के दौरान उन्हें वित्तीय अनुदान के लिए पुष्टि-पत्र प्रदान किये गए हैं। इस परियोजना के अंतर्गत चयनित परिवारों को फाउंडेशन के मूल्यांकन के आधार पर घर के निर्माण और शौचालय, पेयजल एवं विद्युतीकरण जैसी बुनियादी सुविधाओं के लिए ढाई लाख रुपये प्रदान किये जाएंगे।
Author Profile

Latest entries
छत्तीसगढ़2025.06.16बजरमुड़ा मुआवजा मामले में एस डी एम के निलंबन पर शिकायतकर्ता दुर्गेश शर्मा ने स्वागत किया 300करोड़ का आपसी बंदरबाँट करने वाले अधिकारी,कर्मचारी को जेल जाना होगा
Uncategorized2025.06.16कैम्पा मद का नियमानुसार हो समुचित उपयोग : मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय* *मुख्यमंत्री श्री साय की अध्यक्षता में छत्तीसगढ़ कैम्पा की गवर्निंग बॉडी की तृतीय बैठक सम्पन्न*
Uncategorized2025.06.16अग्रवाल सभा बिलासपुर की प्रथम कार्यकारिणी बैठक अग्रसेन भवन जूनी लाइन में संपन्न हुई
छत्तीसगढ़2025.06.16जिला प्रशासन कोरबा द्वारा आयोजित जागरुकता सह लाभ संतृप्ति शिविर में जनपद पंचायत पाली के सभी ग्राम पंचायतों को शामिल करने की मांग*