वित्त मंत्री ओपी ने कहा स्वयं जीतने की बजाय दूसरो को जीतने से रोकने की मानसिकता की वजह से कांग्रेस देश से सिकुड़ रही

रायगढ़ :- (वायरलेस न्यूज) वित्त मंत्री ओपी चौधरी ने कहा आजादी के बाद से अब तक 17 लोकसभा चुनावों में कांग्रेस इस बार चुनाव में सबसे कम प्रत्याशी उतारने जा रही है। ओपी चौधरी ने कहा कांग्रेस की हताशा इस बात से नजर आ रही है कि वह सभी लोकसभा सीटो में चुनाव लड़ने के लिए प्रत्याशी नही उतार रही। बहुत सी जगहों में कांग्रेस से जुड़े प्रत्याशियों ने हार के डर से चुनाव लड़ने से इंकार कर दिया। मंत्री श्री ओपी ने कहा नीति एवम नियत के अभाव की वजह से कांग्रेस देश से सिकुड़ती जा रही है। पहले लोकसभा चुनाव के बाद से कांग्रेस की सीटे निरंतर कम हो रही वही भाजपा ने दो सीटो से पूर्ण बहुमत का सफर जनता के आशीर्वाद से तय किया है। भाजपा को सत्ता में आने से रोकने के लिए कांग्रेस हर पार्टी के दरवाजे जाकर नाक रगड़ रही है और बहुत से सीटो में अपने प्रत्याशी नही उतार रही। रायगढ़ विधायक ओपी ने कहा स्वय जीतने की बजाय दूसरो को जीतने से रोकने की मानसिकता कांग्रेस के लिए आत्म घाती कदम साबित होगा। प्रत्याशी नही उतारे जाने की नियत पर ओपी ने सवाल उठाते हुए कहा हार के डर से मैदान छोड़ने वाली कांग्रेस मोदी जी के 2047 के विजन पर उंगली उठा रही है। कांग्रेस की राजनीति को सवालों को कटघरे में खड़ा करते हुए मंत्री श्री ओपी ने कहा आजादी के बाद पहली बार कांग्रेस को चुनाव लड़ने के लिए प्रत्याशी नही मिल रहे अपनी कमियों का आत्मचिंतन की बजाय कांग्रेस कभी जांच एजेंसियो, तो कभी ई वी एम मशीन को लेकर सवाल उठा कर अपना दागदार दामन बचाती नजर आती है।1996 के लोकसभा चुनाव में 529 प्रत्याशी उतारने वाली कांग्रेस इस लोकसभा चुनाव के दौरान चार सो से भी कम प्रत्याशी उतारने जा रही है। कभी अपातकाल लगा कर लोकतंत्र को बंधक बनाने वाली कांग्रेस आज विपक्षी साथियों के सामने घुटने टेकते नजर आ रही है ताकि किसी तरह भाजपा को सत्ता में आने से रोका जा सके। कांग्रेस की नीति एवम नियत पर भी वित्त मंत्री ओपी ने सवाल उठाया है। हार की डर से मैदान छोड़ने वाली कांग्रेस के पास देश वासियों के लिए कोई विजन नही है। मोदी जी ने देश वासियों के सामने रिपोर्ट कार्ड रखते हुए अगले 25 वर्षो का विजन रखा है ताकि देश को विश्वगुरु बनाया जा सके।

Author Profile

Amit Mishra - Editor in Chief
Amit Mishra - Editor in Chief
Latest entries