एनटीपीसी लारा द्वारा स्चूली बच्चों को छाते वितरण

बिलासपुर/लारा (वायरलेस न्यूज) नैगम सामाजिक दायित्व एवं सामुदायिक विकास के तहत एनटीपीसी लारा ने निकटवर्ती गांव बोडाझरिया के सरकारी उच्च प्राथमिक और माध्यमिक विद्यालय के स्कूली बच्चों को छाते बांटे। एक समारोह में एनटीपीसी लारा के

कार्यकारी निदेशक श्री अनिल कुमार और प्रेरणा महिला समिति की अध्यक्ष श्रीमती अनुराधा शर्मा ने कार्यक्रम का उद्घाटन किया और सरकारी प्राथमिक और माध्यमिक विद्यालय, कांडागढ़ के विद्यार्थियों को छाते बांटे। एनटीपीसी लारा की इस पहल के तहत कुल 106 विद्यार्थियों को छाते बांटे गए। सभा को संबोधित करते हुए श्री अनिल कुमार ने सभी बच्चों को अपनी पढ़ाई के प्रति समर्पित रहने की सलाह दी। कड़ी मेहनत और लगन से वे जीवन में अपने इच्छित लक्ष्य को प्राप्त कर सकते हैं। इस छोटी सी उम्र में उन्हें ऊंचा लक्ष्य रखना चाहिए और उसे प्राप्त करने के लिए पूरी मेहनत करनी चाहिए। आसपास के गांवों के बच्चे बहुत भाग्यशाली हैं कि वे हर दिन अपने सामने कुछ न कुछ विकास देखते हैं, ऐसी चीजों के साथ उनके मन में थोड़ी जिज्ञासा जरूर होती है कि कैसे मनुष्य और मशीन के संयोजन से इतना बड़ा प्लांट बनाया जा सकता है। इस तरह के हर रोज बदलते परिवेश में नवीन विचार विकसित होते हैं। प्रेरिता महिला समिति की अध्यक्ष श्रीमती अनुराधा शर्मा ने सभी बच्चों को मौज-मस्ती के साथ सीखने की सलाह दी। श्री अनिल कुमार और श्रीमती अनुराधा शर्मा तथा अन्य गणमान्य व्यक्तियों ने कक्षाओं का दौरा किया और एनटीपीसी लारा द्वारा उन्हें प्रदान की गई सुविधाओं को देखा।

नैगम सामाजिक दायित्व एवं सामुदायिक विकास गतिविधियों के तहत एनटीपीसी लारा शिक्षा, स्वास्थ्य, पेयजल और बुनियादी ढांचे के विकास पर काम कर रही है। बरसात के मौसम में लगातार बारिश के कारण बच्चों को स्कूल पहुंचने में परेशानी होती है। इस समस्या को समझते हुए एनटीपीसी लारा ने बच्चों को छाते उपलब्ध कराकर उनकी परेशानी दूर की।

इस अवसर पर श्री राजीव राजन, महाप्रबंधक (प्रचालन एवं अनुरक्षण) श्री रविशंकर, महाप्रबंधक (परियोजना), श्री जाकिर खान, अपर महाप्रबंधक (मानव संसाधन), श्री राजेंद्र बेहरा, उप महाप्रबंधक (मानव संसाधन), प्रेरिता महिला समिति की वरिष्ठ सदस्याएँ, गांव की सरपंच श्रीमती सुलोचना प्रधान, श्री गौरांग साव, बीडीसी, श्री रवि साहू, स्कूल समिति के सदस्य, श्री बोधराम प्रधान, पंच (बोड़ाझरिया) श्री नीलकंठ प्रधान, कांडागढ़ और देवल सिदार उपस्थित थे।