परिचय जीवन, ऑसू और मुस्कान
जिंदगी में सुख या दुःख पैसे के कमी या अभाव के आधार पर नही। इसका आधार संबंध है। यदि आप इस समय सुखी महसूस कर रहे है या सुखी है तो इसलिये नही कि आपके जीवन में सब कुछ ठीक चल रहा है, बल्कि ऐसा इसलिये है कि वो एक संबंध जो आपके लिये सचमुच बहुत महत्वपूर्ण है। वह बहुत अच्छा चल रहा है। इसी प्रकार दुःखी का मतलब सब खराब नही है अपितु एक संबंध जो सबसे महत्वपूर्ण है वह अच्छा नही चल रहा है।
एंडरसन एवं जिम मर्फी ने अमेरीकन रेल्वे में रेल्वे एक साथ नौकरी ज्वाईन की। 20 वर्ष पश्चात जिम मर्फी अमेरीकन रेल्वे का चेयरमेन पद को सुशोभित किया और दूसरा वैसे वही काम करता रहा जो करता आ रहा था। पूछे जाने पर दूसरे ने बताया कि मर्फी अमेरीकन रेल्वे के लिये काम करता है और वह 1.79 डालर प्रति घंटे के लिये काम करता है और यही से अंतर पैदा हुआ। एक अमेरीकन रेल्वे का चेयरमेन बना तो दूसरा वही सामान्य कर्मचारी।
बहुत ही उम्दा चीज है, अपने कार्यो को बडी संजीदगी के साथ करना और उसके प्रगति एवं विकास के लिये अपने आप को झौक देना।
रजत गुप्ता कलकत्ता के स्लम बस्ती में पैदा हुआ बालक, अपने अथक मेहनत, बुद्धिमता के बलबूते पर पॉच बडे कम्पनी में डॉयरेक्टर रहे है। प्रसिद्ध कंसल्टेंसी कम्पनी “मैकेन्जी“ में डॉयरेक्टर रहे, वारेन बफे के साथ काम किया। स्लम (गंदगी बस्ती) स्लम में पैदा होने वाला लडका 100 मिलियन डॉलर का मालिक बना, नाम, प्रतिष्ठा पद क्या चीज नही था ? सभी तो था उसके पस बावजूद लेकिन इनसाइडर ट्रेडिंग जैसे अनैतिक कार्य के कारण रजत गुप्ता को जेल जाना पडा। सभी मान प्रतिष्ठा धूल गई।
उपरोक्त दोनो हकीकत दृष्टांत से आपके जहन में अलग-अलग ख्यालात आ रहे, होगें और हो सकता है, मोटे तौर पर निम्न बाते भी जेहन में आ रही है।
धन याने पैसा, पद प्रतिष्ठा, पैसा के चलते जेल जैसे अनैतिकता वाली बात, लेकिन इन सब चीजो में बुछ चीजे जो मुझे लुप्त नजर आ रही है, वह है खुशी व संबंध, इस संबंध में आमतौर पर ऐसे परिदृश्य में हम पैसे, पद की बहुत जोर शोर से चर्चा करते है। यहॉ तक की नामी-गिनामी पत्रिका के कव्हर पेज फोटो छापे जाते है। सेलिब्रिटी बन जाते है लोग, पेज 3 के हकदार होते है और इसी बीच में छुट जाता है, जीवन के दो महत्वपूर्ण चीज संबंध और आनंद। आमतौर पर उपलब्ध किताबो या प्रसंगो में इसके बात पर बहुत कम जोर दिया जाता है या तह में जाने का प्रयास नही किया जाता या लोगो की दिलचस्पी महज भौतिक चीजो के ईदगिर्द और दिखावे की संस्कृति के आवरण मे रोता, सिसिकता आनंद और संबंधो के पैबंद जो अलग-अलग कलर के है, वह छुप जाता है या छिपा दिया जाता है। ताकि लोगो को यह नजर न आये वैसे भी लोग चका चौध भरी जिंदगी में भौतिक उपलब्धि के सामने बाकी चीजो को गौण मानते है।
प्रसिद्ध इन्वेस्टर वारेन बफे के इस संबंध में अवश्य ही उल्लेख करना चाहूॅगा और यह समीचीन भी होगा, क्योंकि इनके पास पद था, प्रतिष्ठा था और खुशी और संबंध भी था।
एक साक्षात्कार के दौरान उनकी पत्नी द्वारा कहे गये वाक्य किसी को सोचने के लिये मजबूर और जीवन की राह प्रशस्त करती है।
उन्होने फरमाया था, कि शादी के इतने बरस पश्चात भी ऐसा शायद ही मौका लगा हो जब उन्होने साथ-साथ डिनर (रात्रि खाना) नही किया हो, और खाना खाने के पश्चात आधा घंटे साथ-साथ टहलना, ऑफीस आने के बाद समय परिवार के लिये और उनका यह कहना कि वे बच्चो के ट्यूशन के लिये शिक्षक नही रखे गये है, ऐसा नही है कि वे इसे अफोर्ड नही कर सकते। लेकिन खुद शिक्षक की तरह अपने नाती पोते को पढाते है। यह महज पढ़ाने का मामला नही है, यह अपितु मामला है, संस्कृति को एक पीढी से दूसरे पीढी तक कितने आसान तरीको से पहुंचाने का तरीका।
वारेन बफे की सत्य बायनगी से जीवन के तीनो महत्वपूर्ण घटक जिसे मैं 3 एफ के नाम से सम्बोधित करता है। ये 3 एफ है फ्रीडम (स्वतंत्रता जिसमें आर्थिक स्वतंत्रता भी शामिल है), फैमिली (पारिवारिक संबंध) और फिटनेस (स्वास्थ्य या हेल्थ)।
वास्तव में यही हमारे जीवन के सार्थक मूल्य भी होना चाहिये लेकिन गाहे बगाहे में एक चीज धन के पीछे इतना पागल हो जाते है हालाकि अन्य चीजे जीवन में उतना ही महत्वपूर्ण है जैसा कि धन। यह सब लोगो को अहसास होता है जब वे जीवन में ऐसे रास्ते में, इतनी दूर पहुंच चुके होते है जहॉ से वापसी का रास्ता असंभव तो नही, लेकिन बहुत ही मुश्किल होता है। लेकिन यथास्थिति को प्राप्त करना तो बिलकुल भी नामुकिन है।
अर्थशास्त्र मे डिमिनिशिंग रिटर्न टर्म उपयोग किया जाता है। यह टर्म बताता है, एक समय के बाद धन आपको उतना रिर्टन नही देता है जैसे कि, पहले मिल रहा था, यह स्थिति डिमिनिशिंग टर्म कहा जाता है। यह धन के संबंध मे होता है। इसलिये आकड़ो के अनुसार अमेरीका में 75000 डॉलर प्रति वर्ष आमदानी के पश्चात इसमे बढोतरी आपकी खुशी का नही बढाता है। अब मूल प्रश्न कि ऐसे पैसे, मान प्रतिष्ठा, दिखावा का क्या ? लेकिन संबंधो के संबंध मे यह जानना जरूरी है कि आपने भावनात्मक बैंक में कितना जमा किया है, इसमें जमा करने की कोई सीमा नही है और ना ही इनकम टैक्स या अन्य के छापो का यहा तक की चोर भी इसका चोरी नही कर सकता। कितना सेफ एवं महत्वपूर्ण है। यह संबंध और यही संबंध हमारी खुशी का का आधार भी तो है।
और इन्ही बीच में हम आमतौर पर जो सबसे महत्वपूर्ण है वह है हमारा स्वास्थ्य। कहते है निरोगी काया सबको भाया। लेकिन सबसे अछुता चीज हमारा स्वास्थ्य और ऐसा लगता है कि कोविड 19 के बाद भी हमने उतना सीरियसली नही लिया है और ना ही प्रकृति के साथ अपने संबंध को सुधारा है। धम्म का पालन भी नही किया है।
क्योंकि वातावरण, स्वच्छ वातावरण, महज हमारे स्वास्थ्य का नही अपितु हमारे खुशी आनंद को बढ़ाता है, हमारी कार्यक्षमता को बढ़ाता है जो समृद्धि को बढ़ाता है। और साथ ही बढाता है एक ऐसा संबंध, जो जीवन का आधार है और जीवन जीने का मजबूत आधारशिला जिसमें हमारी खुशी, सम्पनता धन आलंबित है। क्या आप ऐसे जीवन के आकांक्षी नहीं होगे ? और अंत मे:-
आज के जीवन का बहुत
सीधा सा परिचय
ऑसू वास्तविक है और
मुस्कान में अभिनय है।
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