अमृतसर (वायरलेस न्यूज) 8 अप्रैल 2021 कहते है प्यार अँधा होता है यह जात पात न ऊंच नीच कुछ भी नही देखता है ,जब ठोकर लगती है तो सब कुछ लूट चूका होता है , वह तो समय रहते पंजाब पुलिस की सक्रियता के चलते बच गई एवं बाद में परिजनों के साथ उसको वापिस लौट जाना पड़ा । ऐसा ही एक मामला सामने आया है उड़ीसा की एक शादी शुदा 5 वर्षीय बेटी की माँ को पंजाब पुलिस की मदद से उसके घर परिजनों के साथ कुशल पूर्वक रवाना कर दिया गया ।
इस मामले में डीएसपी कंवलप्रीत सिंह और एसएचओ अनिल पवार ने बताया कि यह लड़की ओडिशा की रहने वाली है, जिसकी उम्र 25 साल है. छह साल पहले इसकी शादी हुई थी और इसकी एक पांच साल की बेटी भी है. यह लड़की पिछले दो महीनों अपने मायके में रह रही थी. पुलिस ने बताया कि करीब दो साल पहले इस लड़की ने अपने मोबाइल पर आजाद नाम का एक एप डाउनलोड किया फिर एक लड़के से चैट करनी शुरू कर दी. बातचीत के दौरान मोहम्मद मान नाम के एक लड़के से उसकी दोस्ती हो गई और दोनों ने एक दूसरे को अपने वाट्सऐप नंबर दे दिए फिर वाट्सऐप पर बात होनी शुरू हो गई. फिर लड़के ने उसे करतापुर साहब कॉरिडोर के रास्ते पाकिस्तान आने लिए कहा, जिस पर वो राजी हो गई. यह लड़की ओडिशा अपने मायके से हवाई जहाज से दिल्ली आई फिर बस से अमृतसर पहुंची और पांच अप्रैल को वो गुरुद्वारा श्री हरिमंदर सहाब अमृतसर में रही. फिर 6 अप्रैल को बस से डेरा बाबा नानक पहुंची. डीएसपी कंवलप्रीत सिंह ने आगे बताया कि यह लड़की ऑटो से डेरा बाबा नानक में पहुंची. जहां पर बीएसएफ ने लड़की को यह कहकर वापस भेज दिया कि कोरोना की वजह से करतारपुर कॉरिडोर बंद है और बिना पासपोर्ट के पाकिस्तान जाना संभव नहीं है. बीएसएफ ने लड़की को डेराबाबा नानक महिला पुलिस को सौंप दिया. पूछताछ और जांच में पता चला कि लड़की अपने साथ साठ ग्राम सोने के जेवरात अपने घर से पाकिस्तान ले जाने के लिए लेकर अपने साथ लाई है. इसके बाद पंजाब पुलिस की तरफ से ओडिशा में संबंधित थाने के साथ संपर्क किया गया और पता लगा कि इस लड़की के पति की तरफ से गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई गई है. पुलिस ने लड़की के घरवालों को बुलाया और जेवरात के साथ लड़की को सही सलामत उसके परिजनों को सौंप दिया गया. पुलिस के इस शानदार काम की तरफ तारीफ हो रही है.