बिलासपुर (अमित मिश्रा वायरलेस न्यूज़) मशहूर रंगकर्मी दीपक तिवारी का कल राजनांदगांव में निधन हो गया लम्बी बीमारी के बाद उन्होंने अंतिम सांस ली।वायरलेस न्यूज़ परिवार उन्हें अपनी विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित करता है।
उन्होंने प्रसिद्ध रंगकर्मी हबीब तनवीर के नाटकों में लम्बे समय तक अनेकों भूमिका निभाई । दीपक मशहूर नाटक ‘चरणदास चोर’ में चोर के जीवंत अभिनय के लिए वे जाने जाते थे।

(दीपक चरणदास चोर की भूमिका में)

अपनी नाट्य मंडली में भी वे चरणदास चोर के नाम से प्रसिद्ध रहे।इस नाटक ने उन्हें न सिर्फ देश-प्रदेश में बल्कि अंतराष्ट्रीय पहचान दिलाई थी, इस भूमिका के लिए राष्ट्रपति के हाथों संगीत नाटक अकादमी पुरस्कार से भी सम्मानित किया गया था। और भी अनेकों पुरस्कार प्राप्त किए है।

दीपक तिवारी पिछले लम्बे समय से अपने निवास पर ही बीमार चल रहे थे,पत्नी के साथ उनके 1पुत्र, 2 पुत्री हैं। पत्नी भी उनके रंगमंच की हमसफ़र रही है।उनकी पत्नी ने बताया कि वे 2008 से लकवाग्रस्त रहे एवं उनका मस्तिष्क भी कम नही कर रहा था।

यह बहुत कम लोगों को ही पता होगा कि दीपक तिवारी बिलासपुर से मात्र 10 कि. मी. दूर तखतपुर विकासखंड के देवरी गांव (भरनी कोटा रोड) का निवासी रहा है। स्व. गोपाल तिवारी के 5 बच्चों में दीपक 3 रे नम्बर का था, और उससे बड़ा भाई अभी कंपोजिट बिल्डिंग स्थित कृषि विभाग बिलासपुर में कार्यरत हैं। दीपक मेरे बचपन के बालसखा रहे हैं।हमदोनो ने देवरी गांव में अपना बचपन एक साथ ब्यतीत किए हैं।
दीपक बचपन से ही गांव में होने वाले गम्मत, नाचा,नवधा रामायण, और लीला देखने के शौकीन रहा । देवरी में अब परिवार का कोई भी सदस्य नही रहता। 10वीं की पढ़ाई के पश्चात ही दीपक पद्मश्री हबीब तनवीर के रंगमंच में चले गए थे। आज दीपक के परिवार की माली दशा ठीक नही है। छत्तीसगढ़ सरकार उनके परिवार को किसी तरह आर्थिक मदद करे मेरी उनसे विनम्र अपील है। हालांकि जब तिवारी बीमार चल रहे थे तब मैंने छत्तीसगढ़ के अनेक अखबारों और पोर्टलों में खबरे मैंने प्रकाशित करवाई थी जिसपर पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह ने उन्हें आर्थिक मदद दिलवाई थी।