रायगढ़। (वायरलेस न्यूज़) नटवर हाई स्कूल का नाम बदलकर स्वामी आत्मानंद के नाम पर स्कूल का नामकरण करना रायगढ़ की पहचान बदलने जैसा है। रायगढ़ व्यापारी संघ के संयोजक राजेंद्र अग्रवाल ने कहा कि किसी भी पौराणिक स्थल, बिल्डिंग या संस्था का नाम बदल देना किसी भी रूप में स्वीकार्य नहीं है क्योंकि नटवर हाई स्कूल एक ऐसा स्कूल है जहां से रायगढ़ की आधी आबादी ने शिक्षा ग्रहण की है और यहां के शिक्षित छात्र आज देश के विभिन्न सम्मानजनक पदों पर आसीन हैं और कई उद्योगपति ,बुद्धिजीवी इसी स्कूल की देन है। वह बड़े गर्व के साथ कहते हैं कि हमने नटवर हाई स्कूल में शिक्षा ग्रहण की है और अब अचानक से इस स्कूल का अस्तित्व ही खत्म कर दिया जाए तो उन्हें कैसा महसूस होगा। शासन के इस निर्णय से रायगढ़ का आम जनमानस आक्रोशित है और अब सड़कों पर उतर कर आंदोलन की राह पकड़ रहा है। यह देखा गया है कि अक्सर सरकारें बदल जाने के बाद इस प्रकार की कोशिशें होती हैं पर वे भवन या संस्थाएं शासकीय होती हैं। आज शिक्षा के इस मंदिर पर आघात हुआ है जिसका व्यापार जगत घोर विरोध करता है और मांग करता है कि इस स्कूल का नाम ना बदला जावे और रायगढ़ के माहौल को विषाक्त न किया जावे यदि ऐसा नहीं होता है तो मजबूरन व्यापार जगत को भी इसके विरोध में सड़कों पर उतरना होगा राजेंद्र अग्रवाल ने कहा कि रायगढ़ के सेठ किरोड़ीमल ने एक ऐसे दान दाता के रूप में नाम कमाया है जिसकी मिसाल पूरे देश में नहीं है। उन्होंने कई अस्पताल स्कूल कॉलेज बनाकर समाज के लिए एक अनुकरणीय कार्य किया था यदि इस प्रकार से लोगों की भावनाओं के साथ खिलवाड़ किया जाएगा तो आने वाले दिनों में कोई भी व्यक्ति कहीं पर भी क्यों दान करेगा जब उसके अनुकरणीय कार्य भी छुपा दिए जाएंगे तो आने वाली पीढ़ियां कैसे और किस तरह से अपने पूर्वजों का अनुसरण करेंगी .

Author Profile

Amit Mishra - Editor in Chief
Amit Mishra - Editor in Chief