(अनिल आहूजा वायरलेस न्यूज़ घटना स्थल रात 1 बजे रायगढ)।

रायगढ कोतरारोड फाटक और रुक्मणि विहार कालोनी के ठीक पीछे आज सुबह मालगाड़ी के डिरेल होने के बाद रेल्वे अमला इस रेलपांत से एक इंजन और मालगाड़ी के बाकी डिब्बों को अलग कर ले गए वही दुर्घनाग्रस्त डिब्बों को और दोनों इंजनों को हटाने का कार्य युद्धस्तर पर जारी है देर रात 1बजे बिलासपुर से बड़ी क्रेन घटना स्थल पर पहुंचा है ,इसके पहले जिंदल का क्रेन लाया गया था लेकिन असफल होने से वापस चला गया है। अधिकारीयों का कहना है कि देर रात तक इस रेल लाइन को सुचारू रूप से ट्रेनों के आवागमन के लिए खोल दिया जाएगा।

कोतरारोड ओवरब्रिज के पास गुरुवार सुबह होम सिग्नल पर खड़ी मालगाड़ी को पीछे से एक इंजन ने टक्कर मार दी। टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि खड़ी मालगा़ड़ी के चार बोगी बेपटरी हो गई। हादसे में दो (लोको पायलट) ड्राइवर घायल हो गए। जिनका इलाज चल रहा है। दूसरी तरफ रेलवे के अधिकारी इस हादसे के बारे में बात करने से भी बच रहे है।

विश्वसनीय सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार ओपी दास लोको पायलट डीबी कॉर्प से मालगाड़ी लेकर जेएसपीएल आया था। जेएसपीएल की न्यू साइडिंग से लोको पायलट इंजन लेकर निकला। ड्राइवर इंजन में दूसरे रैक जोड़ने से पहले उसे मोड़ने के लिए रायगढ़ की ओर आया। पायलट को घटना स्थल से लगभग डेढ़ किलोमीटर पूर्व ही गाड़ी को मोड़कर वापस जेएसपीएल जाना था। लेकिन वापस जेएसपीएल साइडिंग जाने की बजाए वह सीधे रायगढ़ की ओर इंजन लेकर आया और होम सिग्नल पर खड़ी मालगाड़ी को पीछे से3 टक्कर मार दी। खड़ी मालगाड़ी को डाउनलाइन पर लेकर लोको पायलट रामावतर और अमूल कुमार अपनी सीट संभाले हुए थे। अचानक हुई टक्कर के कारण रामावतर मौके पर ही बेहोश हो गए। घटना में उनके सिर और छाती में चोंट आने की बात कही जा रही है। वहीं दूसरी ओर इंजन के पायलट ओपी दास को भी चोंट लगने की बात कही जा रही है।
आज सुबह रायगढ में हुई मालगाड़ी रेल दुर्घटना के बाद रेल प्रशासन में हड़कंप मच गया है रेल्वे के विशेष सैलून परख से रेल मंडल प्रबंधक आलोक सहाय अपनी टीम के साथ दुर्घटना स्थल पर पहुँच गए है श्री सहाय ने रायगढ पहुँचते ही रेल के आला अफसरों से दुर्घण्टना की पूरी जानकारी लेने के बाद रेल प्रशासन ने ब्रजराजनगर और बिलासपुर से पहुँची दुर्घटना रिलीफ ट्रेन के अधिकारियों कर्मचारियों को युद्ध स्तर पर कार्य शुरु करने के आदेश दिए है। श्री सहाय ने दुर्घटना स्थल का जायजा लेने के बाद वायरलेस न्यूज से चर्चा कर बताया की दुर्घटना हुई है किन कारणों से हुई है किन परिस्थितियों में खड़ी मालगाड़ी की गार्ड बोगी से लगी इंजन से दो इंजनों ने टक्कर मारी ये सब इंक्वायरी के बाद सामने आएगा । फिलहाल रेल पटरी से दुर्घटना ग्रस्त बोगियों को हटाने का काम युद्धस्तर पर रिलीफ ट्रेन में आये रेल्वे के अधिकारी कर्मचारी लगे हुए है। इस लाइन में छतिग्रस्त हुई रेलपांत को भी वेल्डिंग कर दुरुस्त किया जा रहा है शाम ढलते ही लाईट के लिए जनरेटरों को भी चालू कर दिया गया है ताकि किसी तरह काम मे गए लोगो को बाधा नही पहुँचे । रात को जिंदल से 240 टन की क्रेन जिसमे बड़े बड़े टायर लगे थे इस क्रेन के घटनास्थल पर पहुँचने के लिए सही जगह नही मिलने पर काम रोकना पड़ा और बिलासपुर से विशेष क्रेन पहुंच गया है जो रायगढ से वापस उसी रेलपांत पर उसे भेजा गया जहाँ मालगाड़ी के डिब्बे और इंजन डिरेल हुआ था बिलासपुर से क्रेन से डिब्बो और इंजन को अगले दो से चार घँटे में हटा दिया जाएगा तब जाकर रेल प्रशासन राहत की सांस ले पायेगा और इस पर आवागमन शुरू हो सकेगा।
इधर लोको पायलट का फिलहाल प्राइवेट अस्पताल में ईसीजी किया जा रहा है। इस घटना के बाद से रेलवे तीसरी लाइन को रिस्टोर करने में लगा हुआ है। अभी तक घटना के वास्तविक कारणों का पता नहीं चल पाया है। रेलवे के अफसरों की टीम गठित कर दी गई है। जो इसकी जांच करेगा। फिलहाल रेलवे के अफसर किसी भी तरह की बयानबाजी से बच रहे है। क्योंकि बिलासपुर डिवीजन में कुछ महीनों से लगातार डिरेलमेंट की घटनाएं बढ़ गई है। एक दिन पूर्व ही डिवीजन के नए सीनियर डिवीजनल विद्युत अभियंता जे वी रवि ने अपना पदभार संभाला है। दूसरे ही दिन उन्हें रेल दुर्घटना की खबर मिली। अब लगातार क्रू मेंबर्स से बात कर रिपोर्ट ली जा रही है।
ब्रेक फेल होने की आशंका
ओ पी दास काफी वरिष्ठ लोको पॉयलट हैं। उनके कुछ साल ही नौकरी के बाकी है। ऐसे में उनमें अनुभव की कोई कमी नहीं है। वरिष्ठ ड्राइवरों का मानना है कि शंटिंग के दौरान ब्रेक फेल होने के कारण ऐसी घटना हुई होगी। क्योंकि पटरी बदलने की जगह घटना स्थल से लगभग डेढ़ किलोमीटर दूर है। ढलान होने के कारण इंजन की स्पीड बढ़ी होगी और वह आकर सीधे मालगाड़ी से टकरा गई। बहरहाल जांच के बाद ही घटना के असल वजहों का पता चल पाएगा।
कुछ महीनों में कई बड़ी दुर्घटनाएं सामने आ चुकी है। किसान स्पेशल ट्रेन पहले डिरेल हुई। जामगांव में मालगाड़ी ओवरशूट हुई। फिर ब्रजराजनगर में दो गाड़ियों में भिड़ंत हुई। इसी तरह पूरे बिलासपुर डिवीजन में दर्जनभर से अधिक मालगाड़ी के बेपटरी की खबरें आ चुकी है। रेलवे माल लदान का टारगेट पूरा करने के चक्कर में लगातार मालगाड़ियों का फेरा बढ़ा रहा है। लेकिन मेंटेनेंस पर ध्यान नहीं दे रहा है।
Author Profile

Latest entries
Uncategorized2025.10.18छठ घाट में चल रही साफ सफाई और अन्य व्यवस्थाओं के निरीक्षण के लिए तोरवा छठ घाट पहुंची मेयर पूजा विधानी,समय सीमा में कार्य पूर्ण करने दिए निर्देश*
छत्तीसगढ़2025.10.17बिजली कर्मियों को दीपावली पूर्व वेतन का अग्रिम भुगतान राज्य शासन के निर्णय का पाॅवर कंपनी में परिपालन
Uncategorized2025.10.17खाद्य एवं औषधि प्रशासन केवल चिन्हित मिठाई वाले के यहां ही क्यों सेंपलिंग करते हैं? शहर के बड़े एक मिठाई दुकान को क्यों छोड़ देते हैं!!
Uncategorized2025.10.15रोड मोबाइल मेडिकल वैन (RMMV) के माध्यम से शहडोल उपमंडलीय चिकित्सालय क्षेत्र में चिकित्सा सेवाओं की शुरुआत*