नुआखाई 1 सितम्बर को, उत्कल बस्तियों में धूमधाम से मनाएंगे आज नुआखाई पर्व

1 सितंबर से 7 सितंबर तक राजधानी में मनाएंगे सात दिवसीय “नुआखाई अमृतमहोत्सव”

समाज ने जताया प्रधानमंत्री मोदी का आभार,

1 सितंबर को नुआखाई पर ऐच्छिक अवकाश के स्थान पर सार्वजनिक अवकाश देने की छत्तीसगढ़ सरकार से मांग।

रायपुर, छत्तीसगढ़, (वायरलेस न्यूज दिनांक 30 अगस्त 2022 )। नुआखाई अमृतमहोत्सव कार्यक्रम के अध्यक्ष सामाजिक नेता, अधिवक्ता भगवानू नायक, कार्यक्रम प्रभारी आशीष तांडी सयुंक्त बयान जारी करते हुए हरियाली और खुशहाली का कृषि पर्व नुआखाई आगामी 1 सितंबर के अवसर पर छत्तीसगढ़ सरकार के द्वारा घोषित ऐच्छिक अवकाश के स्थान पर सार्वजनिक अवकाश घोषित करने की मांग करते हुए कहा कृषि प्रधान देश के इस ऐतिहासिक कृषि पर्व की महत्ता को बताते हुए स्वम् देश के प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने विगत दिनों मन की बात कार्यक्रम मेंआगामी 1 सितंबर को होने वाले नुआखाई पर्व का जिक्र करते हुए नुआखाई की शुभकामनाएं बधाई दी है। जिससे उत्कल समाज मे उत्साह का वातावरण है जिसके लिए समाज ने प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी को धन्यवाद ज्ञापित । समाजिक नेता द्वय भगवानू नायक व आशीष तांडी ने कहा कृषि पर्व का ऐतिहासिक महत्व है इस दिन नए फसल के नवान्न का अमृततुल्य भोग अपने अपने ईष्ट देवी देवताओं और पूर्वजों को चढ़ाकर नवान्न ग्रहण कर प्रतिवर्ष अच्छी फसल , सुख समृद्धि, खुशहाली की कामना करते हुए ईश्वर को यह अवसर प्रदान के लिए धन्यवाद देते है और बड़े बुजुर्गों का चरण स्पर्श कर आशीर्वाद प्राप्त करते हैं। उन्होंने कहा जिस प्रकार आजादी के 75 वें वर्षगांठ के अवसर पर देश भर में अमृतमहोत्सव चल रहा है उससे प्रेरणा लेकर नुआखाई पर्व को नुआखाई अमृतमहोत्सव के रूप में मनाने का निर्णय लिए है। विशेषकर राजधानी के उत्कल बस्तियों में आगामी 1 सितंबर से लेकर 7 सितंबर तक सात दिवसीय नुआखाई अमृत महोत्सव के रूप में मनाया जाएगा। इसके पूर्व नुआखाई के एक दिन पहले आज कोटा, वीर शिवाजी नगर, कलिंग नगर गुढ़ियारी, बीएसयूपी कॉलोनी सड्डू, संतोषी नगर, सुमीत नगर , शिवनगर टिकरापारा आदि उत्कल बस्तियों में असहाय, बड़े बुजुर्गों को नववस्त्र वितरण करते चरण स्पर्श कर उनका आशीर्वाद प्राप्त किए । इस अवसर पर प्रमुख रूप से भगवानू नायक, आशीष तांडी, संतोष छत्री, प्रमोद महानन्द, अर्जुन दीप, कालीदास दीप, जगन्नाथ सागर, महेश बघेल, पप्पू सागर, विक्रम तांडी, वकीलों छत्री, संजय नायक, चम्पे बाघ, सत्या बाघ, देव महानन्द, देवेंद्र जगत, सहित बड़ी सँख्या में युवा कार्यकर्ता एवं समाज की माताएं बहने उपस्थित थी।

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Amit Mishra - Editor in Chief
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