रायगढ़ (वायरलेस न्यूज) :- बस्तर क्षेत्र में सरकारी पोटाकेबिन से ‘बस्तर की बेटी’ को उठा कर ले जाने की घटना का जिक्र करते हुए भाजपा महामंत्री ओपी चौधरी ने कहा इस पीड़ा दाई घटना से मन रोष से भर गया है। आश्चर्य इस बात का है कि अपराधियों के मन में सरकार व कानून का कोई भय नही है। ओपी चौधरी ने सीधे तौर पर
कांग्रेस सरकार को अपराधी हितैषी सरकार निरूपित करते हुए कहा प्रदेश अपराधगढ़ बनने की ओर अग्रसर है। बस्तर में हुई इस घटना को छत्तीसगढ़ में बेटियों और बहनों के विरुद्ध निरंतर बढ़ते अपराध प्रमाण बताया साथ ही कहा सिस्टम पूरी तरह से ध्वस्त हो चुका है यह घटना फेल हो रही कानून व्यवस्था की पोल खोल रही है। प्रदेश वासियों से आह्वान करते हुए कहा महिलाओ को सुरक्षित करने के लिए भूपेश सरकार को बदलना जरूरी है। अनुसूचित जनजाति की बच्चियों और महिलाओं पर होने वाले अपराध के मामलो में छत्तीसगढ़ देश में तीसरे नंबर पर पहुंच गया है।ओपी ने सरकारी आंकड़ों के हवाले से कहा छत्तीसगढ़ में हर दिन महिलाओं से दुष्कर्म की तीन घटनाएं हो रही हैं। इसके बावजूद केंद्र सरकार की ओर से महिला सुरक्षा के लिए जारी निर्भया फंड का पूरा इस्तेमाल नहीं हो पाया है। पिछले छह वर्षों में छत्तीसगढ़ के लिए केंद्र से 83 करोड़ रुपये जारी हुए और खर्च 53 करोड़ रुपये हुए हैं। छत्तीसगढ़ में बढ़ते गंभीर अपराधो की जानकारी मुहैया कराते हुए ओपी ने बताया कि आईपीसी और स्पेशल एंड लोकल लॉ के मुताबिक छत्तीसगढ़ में वर्ष 2019 में 96561, वर्ष 2020 में 103173 और 2021 में 110633 केस दर्ज हुए। यह सभी हत्या, बलात्कार, अपहरण, दंगा, लूट जैसे मामले दर्ज हुए है।बालिकाओं से हुए दुष्कर्म के प्रकरण भी बढ़े है।प्रिवेंशन ऑफ चिल्ड्रन फ्रॉम सेक्सुअल ऑफेंस एक्ट यानी पोक्सो के तहत छत्तीसगढ़ में पिछले 1 साल में 2361 केस दर्ज किए गए हैं। एनसीआरबी की रिपोर्ट के मुताबिक, बच्चों के खिलाफ हुए अपराधों में आईपीसी और स्पेशल लोकल लॉ के तहत दर्ज मामलों में भी 2021 में इजाफा हुआ। रेकॉर्ड के अनुसार छत्तीसगढ़ में वर्ष 2019 में 5665, वर्ष 2020 में 5056 और 2021 में 6001 मामले दर्ज किए गए थे । इस लिहाज से वर्ष 2021 में बच्चों के खिलाफ ही अपराध बढ़ा है। इनमें बच्चों से मारपीट, प्रताडऩा, साइबर क्राइम संबंधी मामले हैं। महिला अपराध के मामले में छत्तीसगढ़ विधानसभा में प्रस्तुत सरकारी आंकड़ों के हवाले से दिए गए आंकड़ों को भयावह बताते हुए ओपी ने कहा रेप और मर्डर के मामले में छत्तीसगढ़ का क्राइम ग्राफ काफी ज्यादा है। पिछले 10 महीनो में ही 1716 बलात्कार की घटना हुई है. इस साल 60 घटनाएं गैंगरेप की ,जबकि 835 मर्डर की वारदात हुई है। हर महीने 80 लोगों का मर्डर हो रहा है। राजधानी में सबसे ज्यादा वारदात हो रही है। राजधानी में इस साल अब तक 61 मर्डर, 189 रेप और 5 गैंगरेप की घटना हुई है।जबकि 398 लोगों का अपहरण हुआ। बलौदाबाजार में 30 मर्डर 34 रेप और 2 गैंगरेप की घटना हुई, जबकि 93 अपहरण हुए। महासमुंद में 24 मर्डर, 61 रेप और 61 अपहरण की घटना हुई। धमतरी में 21 मर्डर, 43 रेप और 1 गैंगरेप, गरियाबंद में 10 मर्डर 24 रेप और 3 गैंगरेप, दुर्ग में 33 मर्डर, 129 रेप, बालोद में 26 मर्डर और 38 रेप , बेमेतरा में 13 हत्या और 38 बलात्कार, राजनांदगांव में 38 मर्डर और 62 रेप, कबीरधाम में 17 मर्डर और 34 रेप , बिलासपुर में 53 मर्डर और 107 रेप के अलावा प्रदेश में सर्वाधिक 9 गैंगरेप , मुगेली में 18 हत्या और 45 रेप, रायगढ़ में 49 हत्या और 105 रेप के साथ-साथ 6 गैंगरेप, जांजगीर में 33 हत्या, 61 बलात्कार और 3 गैंगरेप, कोरबा में 37 मर्डर, 33 रेप और 4 गैंगरेप, सरगुजा में 54 मर्डर, 110 बलात्कार, जशपुर में 44 हत्या, 86 रेप और 3 गैंगरेप … कोरिया में 31 मर्डर, 82 गैंगरेप और 4 गैंगरेप , बलरामपुर में 39 मर्डर, 82 रेप…सूरजपुर में 31 हत्या, 59 रेप और 6 गैंगरेप, बस्तर में 34 हत्या और 3 रेप, कोंडगांव में 23 मर्डर और 31 रेप, दंतेवाड़ा में 31 मर्डर और 19 रेप, सुकमा में 28 हत्या और 09 रेप, कांकेर में 26 हत्या और 58 रेप के अलावे 5 गैंगरेप, बीजापुर में 23 हत्या और 10 रेप, जबकि नारायणपुर में 18 मर्डर और 12 रेप की घटनाये हुई है। ओपी ने प्रदेश के बिगड़ते हालात पर चिंता जाहिर की है।
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