इधर भाजपा चुनाव की तैयारी छोड़ गुटबाजी में उलझी

रायपुर (अमित मिश्रा वायरलेस न्यूज़) भिलाई, रिसाली, चरोदा और जामुल समेत अन्य 15 निकायों में इस साल होने वाले चुनाव के लिए कांग्रेस ने तैयारी शुरू कर दी है। तभी तो आज निकायवार पर्यवेक्षकों की लिस्ट जारी कर दी है। भिलाई और रिसाली निगम के लिए पीसीसी ने अपने सबसे भरोसेमंद पदाधिकारियों को पर्यवेक्षक बनाया है।

भिलाई में गिरीश देवांगन लीड करेंगे तो रिसाली में संगठन महामंत्री चंद्रशेखर शुक्ला और अरूण सिंह सिसोदिया मोर्चा संभालेंगे। इनके कंधे पर पार्टी ने बड़ी जिम्मेदारी दी है। भिलाई में गिरीश देवांगन के अलावा कांग्रेस के सीनियर नेता अर्जुन तिवारी और विधायक द्वारिकाधीश यादव कमान संभालेंगे।

वहीं रिसाली में चंद्रशेखर शुक्ला के साथ अरूण सिंह सिसोदिया पूरी वर्किंग करेंगे। सिसोदिया को संगठन ने यह महत्वपूर्ण जिम्मेदारी बीते कार्यों को लेकर दी है। सिसोदिया पार्टी में प्रदेश महासचिव हैं। साथ ही पूर्व सीएम रमन सिंह के निर्वाचन क्षेत्र राजनांदगांव के कांग्रेस प्रभारी भी हैं। राजनांदगांव की वर्किंग को देख पीसीसी ने उन्हें रिसाली का जिम्मा दिया है।

नगर पालिका परिषद जामुल के लिए पार्टी ने कौशल चंद्राकर और आलोक पांडेय को पर्यवेक्षक बनाया है। इसी प्रकार 2021 दिसंबर में कार्यकाल खत्म हो रहे चरोदा निगम के लिए बिलासपुर के अटल श्रीवास्तव और पीयूष कोसरे को पर्यवेक्षक नियुक्त किया है।

आखिर पर्यवेक्षकों का काम क्या रहेगा, यह भी जानिए…
– पार्टी संगठन के आदेश और दिशा-निर्देशों का पालन ग्राउंड में कराएंगे।
– चुनाव से जुड़ी हर गतिविधियों की रिपोर्टिंग संगठन को पर्यवेक्षक ही देंगे।

– पार्षद चुनाव के लिए इच्छुक दावेदारों की स्क्रिनिंग कर पीसीसी और सीएम को सौंपेंगे।
– पार्षद टिकट बांटने के बाद चुनाव लड़ने की रणनीति बनाएंगे।
– चुनाव की रणनीति में संगठन और ग्राउंड के कार्यकर्ताओं के बीच समन्वय बनाएंगे।

सिसोदिया बोले- रिसाली में 35+ वार्ड जीतेंगे, मेयर भी बनाएंगे
पर्यवेक्षक बनाए जाने के बाद अरूण सिंह सिसोदिया ने कहा, पार्टी ने काम करने के लिए अवसर दिया है। सच्चे सिपाही के रूप में काम करेंगे। पार्टी को मजबूती प्रदान करने के साथ-साथ चुनावी मैदान में जीतने के लिए जी तोड़ मेहनत करेंगे। रिसाली निगम में 40 में से 35+ वार्ड जीतेंगे। हम मेयर भी बनाएंगे। राजनांदगांव के वार्ड-17 में उपचुनाव भी है। अभी से वहां की तैयारी शुरू कर दिए हैं।

इधर, भाजपा गुटबाजी में उलझी, ग्राउंड में पता नहीं
निकाय चुनाव के लिए भाजपा संगठन का अता-पता नहीं। अब भी पार्टी गुटबाजी में ही उलझी हुई है। तीन-चार अलग-अलग खेमों में गुटबाजी की खबरें यहां आम है। कांग्रेस इसका फायदा उठाने की कोशिश करेगी। काफी दिनों से भाजपा संगठन का ग्राउंड वर्किंग नहीं हुई।

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Amit Mishra - Editor in Chief
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