विनम्र श्रद्धांजलि

प्रदीप आर्य जी के निधन की खबर से लेखनी स्तब्ध है।भाई प्रदीप आर्य का जाना नगर के लिए क्षति है।
वायरलेस न्यूज पोर्टल में प्रकाशित हो रहे *कहत कबीर* के व्यंग्य लेखों का वे कार्टून बना रहे थे।पांच-छः कार्टून वे बना भी चुके थे जिनका प्रकाशन हो चुका है।वायरलेस न्यूज के प्रधान संपादक अमित मिश्रा जी ने कहा है कि प्रदीप आर्य जी का निधन समाचार जगत के लिए अपूरणीय क्षति है।प्रदीप आर्य जी उभरते हुए कार्टूनिस्ट रहे हैं।लेखक/पत्रकार केशव शुक्ला ने प्रदीप आर्य जी के निधन को अपनी भारी क्षति माना है।संपादक अमित मिश्रा एवं केशव शुक्ला ने उन्हें अश्रुपूरित श्रद्धांजलि अर्पित करते कहा है,परमात्मा उन्हें सदगति तथा उनके परिवार को यह महान आघात सहन करने की शक्ति दें।

(प्रदीप भाई के अंतिम व्हाट्सएप चैट जिसमें 10 अप्रैल 21 रात्रि 9.40 बजे की है लिखते है “अथ कोरोना महा 0पुराण” लगता है प्रदीप भाई को कोरोना का अहसास हो चुका था ।)

12 मार्च 1962 को जन्मे प्रदीप आर्य जी कुछ दिन पहले सिर दर्द की शिकायत किए उसके बाद उन्हें सर्दी हुआ उनके डॉक्टर दामाद ने घर में ही किसी अन्य डॉक्टर से उपचार कराया ।बुखार से पीड़ित आर्य जी को 3 दिन पूर्व आर बी हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था लेकिन आज दोपहर उनका देहावसान हो गया ।भगवान उनकी आत्मा को शांति दें ।
सभी पत्रकार भाईयो से विनती पूर्वक आग्रह है कि अपना और अपने परिवार का ख्याल रखे पूरी सावधानी बरतें नौकरी तो आते जाते रहती है जिंदा रहेंगे तो नौकरी भी रहेगी । प्लीज लापरवाही नही बरतें ।अब तो डर भी लगने लगा है ।