ईएचटी प्रणाली में सुदृढ़ता से कृषि पम्पों को क्वालिटी सप्लाई -एम.डी. श्री कुमार

रायपुर (वायरलेस न्यूज़) 2 जून 2021- छत्तीसगढ़ में विद्युत की सहज एवं सस्ती उपलब्धता के कारण कृषि पम्पों की मांग के साथ साथ अनेक फसल लेने की दिशा में कृषि जगत में कामयाब पहल हुई है। कृषि पम्पों की बढ़ती संख्या से प्रदेश की विद्युत प्रणाली पर भी तेजी से भारवृद्धि का आकलन किया गया हैं। विद्युत की बढ़ती मांग की निर्बाध आपूर्ति सुदूर ग्रामीण अंचलों में करना राज्य शासन की प्राथमिकताओं में शामिल है। इसे साकार करने हेतु पारेषण प्रणाली को भी सुदृढ़ किया जा रहा है। इस दिशा में आगे बढ़ते हुए छत्तीसगढ़ स्टेट पॉवर ट्रांसमिशन कंपनी को 3.88 करोड़ की लागत से स्थापित ट्रांसफार्मर को उर्जीकृत करने में बड़ी कामयाबी मिली। उक्त जानकारी पारेषण कम्पनी के प्रबंध निदेशक श्री अशोक कुमार ने दी।
आगे श्री कुमार ने बताया कि 132ध्33 के.व्ही. उपकेंद्र तखतपुर में स्थापित उक्त ऊर्जीकृत टासंफार्मर की क्षमता 40एमव्हीए है। उक्त अतिरिक्त टांसफार्मर के ऊर्जीकृत हो जाने से तखतपुर, मुंगेली, पथरिया क्षेत्र के रहवासियों एवं कृषकों को गुणवत्तापूर्ण बिजली की आपूर्ति हो सकेगी। कोरोना महामारी के संक्रमण काल में भी पारेषण कंपनी के अधिकारियों-कर्मचारियों ने विशालकाय अतिरिक्त टांसफार्मर की स्थापना एवं उर्जीकरण के कार्य को निष्पादित कर अपनी उत्कृष्ट कार्यदक्षता को प्रदर्शित किया है। ऐसी कामयाबी के लिए पारेषण कंपनी की टीम के कर्मियों को कंपनी प्रबंधन ने बधाई प्रेषित की है।
आगे एम डी श्री कुमार ने बताया कि प्रदेश के कृषि-उद्योग जगत की ‘‘लाइफ लाइन‘‘ विद्युत प्रणालीे के विस्तार हेतु अनेक पारेषण परियोजनाएं पाइप लाइन में आकार लेने तैयार है। जिनमें से ज्यादातर सुदूर ग्रामीण-वनांचलों की परियोजनाएं शामिल है। ऐसी परियोजनाओं के क्रियान्यवन के फलस्वरूप छत्तीसगढ़ में 123 अतिउच्च दाब उपकेंद्रों सहित इनसे सम्बद्ध 13002 सर्किट किलोमीटर लाईन का सफलतापूर्वक संचालन किया जा रहा है।

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Amit Mishra - Editor in Chief
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