बिलासपुर (वायरलेस न्यूज़ 04 जून 2021) मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल द्वारा अनुंकपा नियुक्ति के प्रकरणों में 10 प्रतिशत की सीमा शिथिल करने का निर्णय लेने से युवाओं के लिए रोजगार का रास्ता खुल गया है। सुश्री विनीता मिश्रा भी इन्हीं युवाओं में शामिल है। विनीता को शिक्षा विभाग में सहायक ग्रेड 03 के पद पर नियुक्ति मिली है।
मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल द्वारा निर्णय लेने के 12 दिनों के भीतर ही जिले के कलेक्टर डाॅ. सारांश मित्तर द्वारा सुश्री विनीता को 02 जून को अनुकंपा नियुक्ति पत्र सौंपा गया। तखतपुर विकासखंड के ग्राम सैदा निवासी सुश्री विनीता ने बताया कि उनके पिता स्व. श्री रघुवंश मिश्रा शिक्षा विभाग में उच्च श्रेणी शिक्षक थे। पिता के असमय देहावसान से उनके परिवार पर मानों विपत्तियों का पहाड़ ही टूट पड़ा। परिवार आर्थिक एवं मानसिक रूप से बिखर गया । चार सदस्यीय उनके परिवार का भरण-पोषण करने वाले एकमात्र सदस्य पिता ही थे। पिता का निधन 26 अप्रैल 2019 को हुआ था। वे कहती हैं कि मुख्यमंत्री द्वारा लिए गए निर्णय के तहत ही उन्हें अनुकंपा नौकरी मिल पायी है। सुश्री विनीता अभी एम काॅम कर रही है। नौकरी के साथ वे अपनी शिक्षा भी जारी रखना चाहती हैं।
वे कहती हैं कि मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल द्वारा लिया गया यह निर्णय उनके जैसे सभी परिवारों को हौसला देने वाला है। इससे उनके परिवार को संबल मिला है। उन्हें केबिनेट के निर्णय के बाद उम्मीद थी कि अनुकंपा नौकरी मिल जायेगी, लेकिन निर्णय के बाद इतनी जल्दी मिल जायेगी, यह मालूम नहीं था। छत्तीसगढ़ शासन को धन्यवाद देते हुए कहती है कि सरकार एवं शिक्षा विभाग के प्रयास से उनके परिवार को फिर से आजीविका का साधन मिल गया।
Author Profile

Latest entries
Uncategorized2025.10.15रोड मोबाइल मेडिकल वैन (RMMV) के माध्यम से शहडोल उपमंडलीय चिकित्सालय क्षेत्र में चिकित्सा सेवाओं की शुरुआत*
बिलासपुर2025.10.15रीजन के 5969 उपभोक्ताओं ने पीएम सूर्यघर योजना में अपना रजिस्ट्रेशन कराया 628 उपभोक्ताओं को मिला सब्सिडी का लाभ बिजली के बिल से जीरो बिजली बिल की ओर अग्रसर
छत्तीसगढ़2025.10.14क्वालिटी कॉन्सेप्ट्स के चैप्टर कन्वेंशन में जिंदल स्टील की टीम ने जीता गोल्ड अवार्ड
Uncategorized2025.10.14स्पर्श खंडेलवाल बने स्टेट लेवल ओपन चेस टूर्नामेंट के चैंपियन- जीती ट्रॉफी और 31 हजार रु.,दुर्ग के वी विराट अय्यर बने उपविजेता, तीसरे स्थान पर रहे बिलासपुर के संकल्प कश्यप