दंतेवाड़ा,जगदलपुर 22 जून वायरलेस न्यूज अरुण पाढ़ी //
 वैश्विक महामारी कोरोना नक्सली संगठन पर कहर बनकर टूटी है। इस महामारी और फूड प्वाइजनिंग की वजह से नक्सली संगठन के कई शीर्ष लीडरों की मौत हो चुकी है। छत्तीसगढ़ में सक्रिय  शीर्ष नक्सली लीडर हरिभूषण उर्फ यापा नारायण राव ने कल सुकमा जिले के मिनागट्टा इलाके में दम तोड़ दिया। उस पर 40 लाख का ईनामी घोषित था।
उल्लेखनीय है कि हरिभूषण तेलंगाना स्टेट सेंट्रल कमेटी के सचिव के तौर पर सक्रिय था। वह मूल रूप से तेलंगाना के महबूबाबाद जिले के मरिगुड़ा के निवासी था। यह नक्सली लीडर वर्ष 1995 में पीपुल्स लिबरेशन गुरिल्ला आर्मी में शामिल हुआ। अपनी संचार शैली की कुशलता के फलस्वरुप नक्सली संगठन के राज्य सचिव पद तक जा पहुंचा।
बड़ी घटनाओं में शामिल था हरिभूषण-एसपी
पुलिस अधीक्षक दंतेवाड़ा डॉ. अभिषेक पल्लव के मुताबिक हरिभूषण की मौत कोरोना संक्रमण या फूड प्वाइजनिंग की वजह से हुई है। उक्त घटनाक्रम विगत सोमवार का है। विश्वसनीय सूत्रों से खबर मिली है कि इस नक्सली लीडर की मौत हो चुकी है। मौत के समय वह सुकमा जिले में छिपा हुआ था। हरिभूषण छत्तीसगढ़ और तेलंगाना के सरहदी क्षेत्र में बड़े नक्सली वारदातों में सूत्रधार था।
एसपी के मुताबिक निकट भविष्य में बड़ी संख्या में नक्सली लीडरों की मौत के खुलासे होंगे। एसपी ने नक्सली संगठन में कार्यरत नक्सलियों से अपील की है कि घर वापस आइए अभियान के अंतर्गत आत्मसमर्पण करें, जिससे आत्मसमर्पित नक्सलियों की जान बचाई जा सके।
गौरतलब है कि नक्सली संगठन में कोविड-19 प्रोटोकॉल का पालन नहीं किया गया था। इसके फलस्वरूप नक्सली संगठन में कोरोना महामारी का संक्रमण फैल गया। इसके साथ ही नक्सली संगठन में खाद्य पदार्थों की आपूर्ति भी बाधित हुई। इसके चलते कालातीत खाद्य पदार्थों के सेवन के फलस्वरुप भी लकड़ी संगठन में बड़ी संख्या में मौतें हुई।