बिलासपुर (वायरलेस न्यूज)केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जे. पी. नड्डा से मुलाकात कर केंद्रीय राज्यमंत्री और बिलासपुर सांसद तोखन साहू ने बिलासपुर जिले हेतु में एम्स व मुंगेली और जीपीएम के लिए नवीन मेडिकल कॉलेज की मांग की।

आवासन और शहरी कार्य राज्य मंत्री तोखन साहू ने भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री श्री जगत प्रकाश नड्‌डा को आवेदन दिया। जिसमें उन्होने वर्तमान छत्तीसगढ़ के 33 जिलों (क्षेत्रफल 1,35,194 वर्ग किमी) तथा राज्य की लगभग तीन करोड़ जनसंख्या का हवाला देते हुए चिकित्सा सुविधा की दृष्टिकोण से राज्य में संचालित केवल एक रायपुर एम्स के अलावा बिलासपुर एवं सरगुजा संभाग के लिए एम्स खोलने की मांग की। बिलासपुर संभाग में 8 जिले एवं सरगुजा संभाग में 6 जिले शामिल हैं।

  1. बिलासपुर छत्तीसगढ़ प्रदेश की न्यायधानी है। यह राज्य का एक बड़ा संभाग भी है, जिसमें बिलासपुर के अतिरिक्त मुंगेली जांजगीर-चांपा, सक्ती, रायगढ़, कोरबा, गौरेला-पेंड्रा-मरवाही, सारंगढ़-बिलाईगढ़ जिले सम्मिलित हैं। इस संभाग में रायगढ़, बिलासपुर, जांजगीर-चांपा और कोरबा लोकसभा क्षेत्र शामिल है। कोरबा जिले को आकांक्षी जिला माना गया है। यह अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति की बहुलता वाला क्षेत्र है। इसी प्रकार बिलासपुर संभाग से सटा हुआ है सरगुजा संभाग, जिसमें वनांचल और जनजातीय बहुलता वाले सूरजपुर, जशपुर, बलरामपुर, कोरिया, मनेंद्रगढ़ जिले सम्मिलित हैं।
  2. माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में पिछले दस वर्षों में स्वास्थ्य सेवाओं के विस्तार एवं सुधार के लिए कई सफल कदम उठाए गए हैं। जिसमे 15 नवीन एम्स की स्थापना अत्यंत महत्वपूर्ण साबित हुए, जिसके माध्यम से हर वर्ग को सस्ती और गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाएं उपल्बध हुई हैं।
  3. स्वस्थ भारत वाली मोदी की गांरटी को पूर्ण करने के लिए बिलासुर में नवीन अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS), रायपुर की एक शाखा खोले जाने की जनआकांक्षा है। मध्य से उत्तर की ओर के इस पूरे क्षेत्र में चिकित्सा सुविधाओं के लिए और ज्यादा कार्य करने की आवश्यकता है।
  4. मैं आपका हृदय से आभारी रहूंगा यदि आप बिलासपुर के जनता की न्यायोचित मांग पर सहानुभूतिपूर्वक विचार करते हुये यहां अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान की शाखा स्थापना हेतु संबंधित अधिकारियों को निर्देशित करने की कृपा करेंगे। साथ ही इस अवसर पर उन्होने मुंगेली और जीपीएम जिले के लिए नवीन मेडिकल कालेज के लिए भी पत्र सौंपा। जिसमें उन्होने नवनिर्मित मुंगेली एवं गौरेला-पेंड्रा-मरवाही जिले में कोई भी जिला मेडिकल कॉलेज नहीं होने के कारण इस क्षेत्र की महती आवश्यकता को रेखांकित किया। हाल ही में बिलासपुर से अलग हुए यह दोनों जिले विकास की दौड़ में काफी पिछड़े हुए हैं। इन जिलों की अधिकतर आबादी अनुसूचित जाति व अनुसूचित जनजाति एवं पिछड़ा वर्ग के लोगों की है। इस क्षेत्र में जिलास्तरीय चिकित्सालय के अभाव के कारण निवासियों को रायपुर या अन्य दूरस्थ शहरों में जाना पड़ता है। अतः इन अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति बहुल जिलों में मेडिकल कॉलेज खोला जाना बहुत जरूरी है। यहां जिला मेडिकल कॉलेज खोलने से बहुत से क्षेत्र की जनता को कई लाभ होंगे जैसे कि-
    1). क्षेत्र में स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार होगा और स्थानीय युवाओं को चिकित्सा शिक्षा प्राप्त करने का अवसर मिलेगा।
    2). इस कदम से स्थानीय रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे और क्षेत्र की आर्थिक स्थिति में सुधार आएगा।
    3). मेडिकल कॉलेज के साथ ही एक बड़े अस्पताल का भी निर्माण होगा, जिससे स्थानीय लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं मिलेंगी।
    4). स्थानीय युवाओं को चिकित्सा शिक्षा के लिए बाहर जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी।
    5). मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में कई प्रकार के कर्मचारियों की जरूरत होगी, जिससे स्थानीय लोगों को रोजगार मिलेगा।
    6). मेडिकल कॉलेज और अस्पताल के निर्माण से क्षेत्र में आर्थिक गतिविधियों में वृ‌द्धि होगी, जिससे समग्र विकास होगा।
    7). उक्त जिलों में राजकीय मेडिकल कॉलेज की स्थापना से माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी की पिछड़े क्षेत्र के विकास की अवधारणा चरितार्थ होगी।

मैं आपका हृदय से आभारी रहूंगा यदि आप छत्तीसगढ़ के मुंगेली और गौरेला-पेंड्रा-मरवाही जिले में एक-एक नवीन जिला मेडिकल कॉलेज की स्थापना के लिये अग्रिम कार्यवाही हेतु संबंधित अधिकारियों को निर्देशित करने की कृपा करेंगे।

Author Profile

Amit Mishra - Editor in Chief
Amit Mishra - Editor in Chief